बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी है की ट्रेन में सफर के दौरान अगर एसी खराब हो जाता है तो काउंटर टिकट के आलावा ई-टिकट पर भी यात्री किराया वापस ले सकते हैं.indian rail railway स्लीपर और एसी के किराए के बिच का अंतर रिफंड करती है.indian railway ने अपने यात्रियों की सुविधा के लिए कई नियम बना रखें हैं लेकिन प्रचार-प्रसार की कमी के कारण अधिकतर लोगों को इसकी जानकारी नहीं होती है.
रिफंड का नियम
सफर के दौरान ट्रेन में एसी जितनी दूरी तक खराब होगी, रेलवे उतनी दूरी तक स्लीपर और एसी (जिस क्लास का होगा) के किराए का अंतर वापस करता है. अगर आप के साथ भी कभी ऐसी घटना घटे तो आप यात्री कोच कंडक्टर से EFT (excess fare ticket) certificate लेकर railway reservation center से किराया वापस ले सकते हैं. ट्रेन में एसी खराब होने पर किराए की वापसी के लिए सफर खत्म होने के 20 घंटे के भीतर आप को क्लेम करना होगा.क्लेम का पैसा आप के हाथ में नहीं मिलेगा,बल्कि आप का टिकट जिस bank account से बना है पैसा उसमे चला जायेगा.ट्रेनों के AC कोच में कंबल की सुविधा बन्द होगी - HINDIME
EFT (excess fare ticket) certificate
अगर आप के कोच का a/c ख़राब हो जाये तो आप को सफर के दौरान ही कोच कंडक्टर से सर्टिफिकेट की डिमांड करनी होगी. Coach conductor ट्रेन में मौजूद Coach attendant और ac mechanic से रिपोर्ट लेकर EFT (excess fare ticket) certificate जारी करता है. इसी सर्टिफिकेट के आधार पर रेलवे द्वारा आप को किराया वापस किया जाएगा.रेल समय-सारणी हिंदी में INDIAN RAILWAY TIME TABLE
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (29-10-2017) को
जवाब देंहटाएं"सुनामी मतलब सुंदर नाम वाली" (चर्चा अंक 2772)
पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'