NRC Ki Jankari, NRC Kya Kai? NRC Kab Lagu Hoga? - Hindime

NRC Ki Jankari, NRC Kya Kai? NRC Kab Lagu Hoga?

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Hindime Blog के इस पोस्ट में हम बात करेंगें NRC Ki Jankari, NRC Kya Kai? NRC Kab Lagu Hoga? Or NRC Ke Liye Kya Zaruri Hai?अगर आप NRC Ki Jankari Hindi Me या NRC Ki Puri Jankari चाहते हैं तो आज के इस पोस्ट को ध्यान से और अंत तक पढियेगा.

NRC Kya Hai

NRC का फुल फॉर्म Indian National Register of Citizens होता है.इसको हिंदी में भारतीय राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर कहा जाता है.एनआरसी से पता चलता है कि कौन भारतीय नागरिक है और कौन नहीं है.एनआरसी से नागरिकों की पहचान होती है.

सरकार द्वारा लोगों से उनके ज़रूरी दस्तावेज़ मांगे जाते हैं जिनके आधार पर ये तय होता है की कौन नागरिक है और कौन नहीं है.असम में एन.आर.सी लागु हो चुकी है और असम भारत का पहला ऐसा राज्य है जिसके पास राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC ) है.
NRC Kya Kai

Sab Se Pahle NRC Kaha Lagu Huwa

सब से पहले एन.आर.सी. असम में लागु हुवा है.असम में जब NRC की नोटिफिकेशन ज़ारी हुवा और ये कानून जब लागू हुवा तो भारत की नागरिकता हेतु लगभग दो करोड़ से अधिक लोगों ने दावा किया था.इनमें लगभग 38 लाख लोग ऐसे भी थे जिनके द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजो पर संदेह था.

जिन लोगों के दस्तावेजो पर संदेह था उन्हें जाँच पूरी होने के बाद न्यायालय द्वारा एन.आर.सी. के पहले मसौदे को 31 दिसंबर 2017 तक प्रकाशित करने का आदेश दिया गया था.

31 दिसंबर 2017 को बहु-प्रतीक्षित राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) का पहला ड्राफ्ट प्रकाशित किया गया. कानूनी तौर पर भारत के नागरिक के रूप में पहचान प्राप्त करने हेतु असम में लगभग 3.29 करोड आवेदन प्रस्तुत किये गए थे, जिनमें से कुल 1.9 करोड़ लोगों के नाम को ही इसमें शामिल किया गया है.


Pure Desh Me NRC Kab Lagu Hoga

तत्कालीन मोदी सरकार के गृहमंत्री अमित शाह के द्वारा संसद में हालही में दिए गए बयान के अनुसार सरकार अगले 3 या 4 महीने में पुरे देश में एन.आर.सी लागू कर सकती है.रास्ट्रपति के अभिभाषण में भी एन.आर.सी का ज़िक्र किया गया था.

दिसंबर 2019 में भारत सरकार ने CAA-Citizen Amendment Bill को लोकसभा और राज्यसभा में पास करवा कर एक नया कानून बनाया है जिसे 10 जनवरी 2020 से पुरे देश में लागू किया जा चूका है.इस नए कानून का विरोध पुरे देश में हो रहा है और इस विरोध को देखते हुवे भारत के प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने ये कहा है की भारत में अभी एन.आर.सी लागु करने की दिशा में सरकार ने नहीं सोचा है.

इस नए कानून CAA-Citizen Amendment Bill को नागरिकता अधिनियम 1955 में कुछ संशोधन करके बनाया गया है.इस नए नागरिकता कानून के अंतर्गत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक आधार पर सताए गए वहां के अलप्संख्यक हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई प्रवासियों को भारत में नागरिकता प्रदान किया जायेगा.




4 साल और 62 हजार कर्मचारी लगे NRC लिस्ट बनाने में

असम जैसे एक राज्य में NRC लिस्ट बनाने में 4 साल और 62 हजार कर्मचारी लगे.सुप्रीम कोर्ट के आदेश और देख रेख में असम में NRC की प्रक्रिया 2015 में शुरू हुई और इसे पूरा होने में 4 साल लग गए.असम में NRC की पहली लिस्ट 2017 और दूसरी लिस्ट 2018 में प्रकाशित हुई थी.

तो आप असम के एन.आर.सी प्रक्रिया को देख कर इस बात का अंदाज़ा लगा सकते हैं की अगर nrc को पुरे देश में लागू किया जाता है तो इसमें कितना वक़्त लगेगा और कितने कर्मचारी लगेंगें.इसके अलावा इसमें सरकार के पैसे भी खर्च होंगें जो करोडो में नहीं बल्कि अरबो में होंगें.

NRC Ke Liye Jaruri Documents

NRC Ke Liye Kya Chahiye?आज कल बहुत सारे लोगो के मन में ये सवाल उठ रहा है की अगर पुरे देश में एन.आर.सी लागू होता है तो हमारे पास NRC Ke Liye Kya Document Chahiye?यहाँ मै आप को एक बात क्लियर कर दू की असम में एन.आर.सी के लिए जो कानून और पैमाना था वो पुरे देश के लिए नहीं है.

भारत में नागरिकता को लेकर 1955 में सिटीजनशिप एक्ट पास हुआ. इस एक्ट में अब तक चार बार 1986, 2003, 2005 और 2015 में संशोधन हो चूका है.सरकार के पास ये अधिकार है की वो इसमें और संसोधन कर सकती है.ये अधिकार सरकार को सविधान ने दिया है.

भारत के सिटीजनशिप एक्ट के अनुसार अगर निचे बताये गए दस्तावेज आपके पास होंगे तो आप इस एन.आर.सी की सूची में शामिल हो सकते हैं.भारत का नागरिक होने के लिए आप के पास ये दस्तावेज़ होने चाहिए.

1) जमीन के दस्तावेज जैसे- बैनामा, भूमि के मालिकाना हक का दस्तावेज.
2) राज्य के बाहर से जारी किया गया स्थायी निवास प्रमाणपत्र.
3) भारत सरकार की ओर से जारी पासपोर्ट.
4) किसी भी सरकारी प्राधिकरण द्वारा जारी लाइसेंस/प्रमाणपत्र.
5) सरकार या सरकारी उपक्रम के तहत सेवा या नियुक्ति को प्रमाणित करने वाला दस्तावेज.
6) बैंक/डाक घर में खाता.
7) सक्षम प्राधिकार की ओर से जारी किया गया जन्म प्रमाणपत्र.
8) बोर्ड/विश्वविद्यालयों द्वारा जारी शिक्षण प्रमाणपत्र.
9) न्यायिक या राजस्व अदालत की सुनवाई से जुड़ा दस्तावेज.

मान लीजिए अगर असम का फॉर्मूला ही देश भर में लागू होता है तो

असम के अन्दर NRC जिस फ़ॉर्मूले के साथ लागू हुवा था अगर उसी फ़ॉर्मूले को पुरे देश में NRC के लिए लागू की जाये तो आप को कौन कौन से दस्तावेज़ दिखाने होंगें.चलिए मै आप को बताता हूँ की असम NRC में सरकार ने कौन कौन से दस्तावेज़ मांगे थे.

असम में NRC के लिए जो दस्तावेज़ माँगे गए थे उन्हें दो तरह की सूचि में बाटा गया था.असम के लोगों को अपनी नागरिकता साबित करने के लिए सूची A में दिए गए कागजातों में से कोई एक जमा करना था.

जिन लोगों के पास सूचि A में मांगें गए दस्तावेज़ नहीं हैं तो दूसरी सूची B में दिए गए दस्तावेजों में से भी किसी एक को दिखाना था जो कि आप के अपने असम के पूर्वजों से सम्बन्ध साबित कर सकें,या जिनसे ये पता चल सके की आपके पूर्वज असम के ही थे.



लिस्ट 'A’ में मांगे गए मुख्य दस्तावजों की लिस्ट 

  1. 1951 का एनआरसी
  2. पासपोर्ट
  3. जन्म प्रमाणपत्र
  4. नागरिकता प्रमाणपत्र
  5. स्थायी निवासी प्रमाण पत्र
  6. शरणार्थी पंजीकरण प्रमाण पत्र
  7. बैंक या पोस्ट ऑफिस अकाउंट
  8. अदालत के आदेश रिकॉर्ड
  9. कोई भी एलआईसी पॉलिसी 
  10. 24 मार्च, 1971 तक का मतदाता सूची में नाम
  11. राज्य के एजुकेशन बोर्ड या यूनिवर्सिटी के प्रमाण पत्र 
  12. जमीन का मालिकाना हक या किरायेदार होने का रिकॉर्ड 
  13. किसी भी सरकारी प्राधिकरण द्वारा जारी लाइसेंस/सर्टिफिकेट
  14. सरकार या सरकारी उपक्रम के तहत सेवा या नियुक्ति को प्रमाणिक करने वाला दस्तावेज
ऊपर जिन दस्तावेजों के बारे में बताया गया है वे 24 मार्च 1971 के बाद का नहीं होना चाहिए.ये दस्तावेज़ 24 मार्च 1971 से पहले के होने चाहिए.अब अगर मान लीजिये की असम के किसी निवासी के पास इस डेट से पहले का कोई भी दस्तावेज नहीं है तो वो इंसान 24 मार्च 1971 से पहले का अपने पिता या दादा का कोई ऐसा डॉक्यूमेंट दिखा सकता है जो इस लिस्ट से मेल खाती हो.

लेकिन ऐसे लोगों पिता या दादा का डॉक्यूमेंट देने के अलावा सूचि B में मांगे गए डॉक्यूमेंट्स में से कोई भी एक डॉक्यूमेंट दिखाकर अपने पिता/दादा से अपना संबंध साबित करना होगा.यानी सूचि B में मांगे गए किसी एक डॉक्यूमेंट में उस इंसान का नाम होना चाहिए जिसने अपने पिता या दादा का डॉक्यूमेंट दिया था.
लिस्ट 'B’ में मांगे गए मुख्य दस्तावजों की लिस्ट
  1. जन्म प्रमाणपत्र
  2. भूमि दस्तावेज
  3. राशन कार्ड
  4. मतदाता सूची में नाम
  5. बोर्ड या विश्वविद्यालय प्रमाण पत्र
  6. कानूनी रूप से स्वीकार्य अन्य दस्तावेज
  7. बैंक / एलआईसी / पोस्ट ऑफिस रिकॉर्ड
  8. विवाहित महिलाओं के केस में सर्कल अधिकारी या ग्राम पंचायत सचिव द्वारा दिया गया प्रमाण पत्र
हालंकि अभी सरकार ने एन.आर.सी लागू करने को लेकर कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है इसलिए फालतू के अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए.जब nrc लागू होगा तो सरकार इसकी पूरी जानकारी देगी.जो भारत के नागरिक हैं उन्हें चिंता करने की ज़रूरत नहीं है.

तो दोस्तों आप को NRC Ki Jankari, NRC Kya Kai? NRC Kab Lagu Hoga? Or NRC Ke Liye Kya Zaruri Hai? की ये जानकारी कैसी लगी कृपया कमेन्ट कर के ज़रूर बताइयेगा.अगर आप के मन में NRC Ke Liye Kya Chahiye? या NRC Kya Kai? से जुड़ा कोई सवाल है तो आप कमेन्ट कर के पूछ सकते हैं.



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